ब्लैक एंड व्हाइट इस तस्वीर में दिख रहे इस बच्चे ने बॉलीवुड में अपना नाम तो खूब बनाया लेकिन एक सपोर्टिंग हीरो बनकर रख गया. इनकी फिल्में एक से बढ़कर रहीं और बॉक्स ऑफिस पर भी खूब कमाल किया, लेकिन उस सफलता का श्रेय कभी पूरी तरह इन्हें नहीं मिल सका, क्योंकि ये अधिकतर डबल हीरो वाली फिल्मों में नजर आए. उसके बाद हीरो के दोस्त के किरदारों को लेकर इन्हें पहचाना जाना लगा और उसी के लिए इन्हें फिट समझा जाने लगा. ऐसे में बॉलीवुड में लीड एक्टर बनने का इनका सपना टूटने लगा तो इन्होंने पड़ोसी देश जाकर फिल्में करनी शुरू कर दी.
साइड हीरो के तौर पर मिली पहचान
ये बच्चा चंकी पांडे हैं. 26 सितंबर 1962 को जन्मे चंकी पांडे 61 साल के हो गए हैं. चंकी पांडे मुंबई में अपनी पत्नी भावना पांडे के साथ अपना रेस्टोरेंट भी चलाते हैं और उनकी बेटी अनन्या पांडे भी आज बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस बन चुकी हैं. बॉलीवुड में शुरुआती हिट फिल्में देने के बाद एक दौर आया जब चंकी पांडे को न तो रोमांटिक रोल्स के लिए फिट समझा गया न ही एक्शन फिल्मों के लिए और वह साइड एक्टर बनकर रह गए. साल 1988 में आई अनिल कपूर की फिल्म तेजाब में चंकी उनके दोस्त के किरदार में नजर आए और फिर उन्हें इसी तरह के रोल्स यानी साइड हीरो के रोल के लिए फिट समझा जाने लगा.
बांग्लादेश में हिट पर हिट
चंकी पांडे बॉलीवुड में मन लायक काम न मिल पाने की वजह से निराश रहने लगे और उन्होंने बांग्लादेशी सिनेमा का रुख किया. बांग्लादेश में चंकी की फिल्में खूब पसंद की गईं. उन्होंने यहां 'स्वामी केनो आसामी', 'बेश कोरेची प्रेम कोरेची' और 'मेयेरा अ मानुष' जैसी कई सुपर हिट फिल्में दी और वह यहां के अमिताभ बच्चन कहे जाने लगे. बॉलीवुड में उन्होंने 2003 में फिल्म कयामत के साथ वापसी की. इसके बाद हाउसफुल और पेइंग गेस्ट जैसी फिल्में की. कॉमेडी रोल्स में उन्हें काफी पसंद किया गया.
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