हाल ही में इंफोसिस के फाउंडर एनआर नारायण मूर्ती ने देश की प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के लिए युवाओं को हर हफ्ते 70 घंटे काम करने की सलाह देकर देश में चर्चा को उफान पर ला दिया है. नारायण मूर्ति के इस सजेशन पर जहां सोशल मीडिया पर इसके समर्थन और विरोध में तरह तरह के रिएक्शन आ रहे हैं वहीं बॉलीवुड एक्टर सुनील शेट्टी ने भी इस संबंध में अपनी बात रखी है. सुनील शेट्टी बहुत ही प्रैक्टिकल सोशल सेलेब्रिटी समझे जाते हैं. ऐसे में इस संबंध में उनका बयान काफी मायने रखता है. तो आखिर हफ्ते में 70 घंटे काम करने को लेकर सुनील शेट्टी ने क्या कहा चलिए आपको बताते हैं.
बात को समझने की करें कोशिश
सुनील शेट्टी ने अपने लिंकडिन अकाउंट पर इस मुद्दे पर खुलकर बात करते हुए कहा है कि ये विवाद का विषय तो बिलकुल नहीं है. दरअसल जिस तरीके से मैं चीजों को देखता हूं, उसके अनुसार लोगों को नारायण मूर्ति की सलाह का इस तरह विरोध नहीं करना चाहिए. उन्हें इस बात को ध्यान से सुनना चाहिए और इसके बाद अपने आप का आकलन करना चाहिए. सोचने समझने के बाद जो ठीक लगे, वो कर सकते हैं. वो क्या कहना चाह रहे हैं, इसके लिए रुककर उनकी बात को समझना और फिर उस पर विचार करना चाहिए.
कलाम, रतन टाटा, अमिताभ बच्चन और कोहली का दिया एग्जाम्पल
सुनील शेट्टी ने लिखा है कि मेरे लिए 70 या 100 घंटों के वर्किंग ऑवर की बात नहीं है. ये अपने आपको कंफर्ट जोन से बाहर निकालने की बात है. उन्होंने कहा कि जहां परिवार, दोस्तों, हेल्थ और अपने शौक के लिए वक्त निकालना जरूरी है वहीं ये बात भी देखनी चाहिए कि दुनिया कितनी तेजी से बदल रही है. उन्होंने लिखा कि क्रिकेट में विराट कोहली, फिल्मों में अमिताभ बच्चन, बिजनेस में रतन टाटा और साइंस में मिस्टर कलाम को देख लीजिए. ये सभी वाकई कमाल के उदाहरण हैं जिन्होंने अपने क्षेत्र में वाकई मिसाल कायम की है. क्या आपको लगता है कि इन लोगों ने अपने कंफर्म जोन से बाहर निकले बिना ये काम कर दिखाया होगा. अपनी एक लंबी पोस्ट में सुनील शेट्टी ने जीवन और जीवन के लक्ष्य के प्रति युवाओं को सोच बदलने की सलाह दी है.
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