जया बच्चन ने भले ही लंबे अरसे से फिल्मों में काम न किया हो. लेकिन जब अपने दौर में बतौर जया भादुड़ी उन्होंने काम किया, तब अपनी पहचान एक उम्दा एक्ट्रेस की बनाई. लंबी लहराती हुई चोटी, माथे पर बिंदिया और चेहरे पर मासूमियत लिए जया भादुड़ी ने फिल्मों में एंट्री ली थी. जिस वक्त उन्होंने फिल्मी सफर शुरू किया उस वक्त इस माया नगरी का ककहरा तक नहीं जानती थीं. लेकिन पहली ही फिल्म से एक अच्छी शुरुआत मिली और एक ऐसे शख्स का साथ मिला जो ताउम्र उनका मेंटर, उनका मार्गदर्शक बन कर रहा. जिसे जया बच्चन हमेशा अपने पिता की तरह सम्मान देती हैं.
इस डायरेक्टर को माना मेंटर
जया बच्चन हमेशा अपने पहली फिल्म के डायरेक्टर ऋषिकेश मुखर्जी को अपना मेंटर मानती रहीं. फिल्म इंड्स्ट्री में वो उनके पिता की तरह थे. बॉलीवुड ट्रिविया पिक ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर किया है. जिसमें जया बच्चन और असरानी दिख रहे हैं. फोटो देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि उन दोनों को ऋषिकेश मुखर्जी शायद सीन समझा रहे हैं.
इस फोटो के साथ एक कैप्शन भी है. जिसमें बताया है कि जया बच्चन ऋषिकेश मुखर्जी के बारे में क्या सोचती थीं. कैप्शन के मुताबिक ऋषिकेश मुखर्जी जया बच्चन को जया मां कह कर बुलाते थे. जया बच्चन ने ये भी बताया कि उन्होंने हमेशा उनकी परवाह की और उनके पूरे करियर के दौरान उन्हें सही गलत के लिए गाइड भी करते रहे. जया बच्चन के मुताबिक उन्होंने ही ऐसी सलाह दी थी जिसे हमेशा याद रख कर वो सही और गलत फिल्में चुन सकी थीं.
क्या था वो मूलमंत्र?
इस पोस्ट के मुताबिक ऋषिकेश मुखर्जी ने जया बच्चन से कहा था कि जो काम करने में अच्छा न लगे या खुशी न मिले और काम को मत करो. जया बच्चन ने हमेशा इस बात को याद रखा. आप को बता दें कि जया बच्चन ने फिल्म गुड्डी से फिल्मी दुनिया में कदम रखा था. ये फिल्म ऋषिकेश मुखर्जी ने ही डायरेक्ट की थी. इस के अलावा छुपके छुपके, बावर्ची, अभिमान जैसी और भी फिल्में हैं जिसमें जया बच्चन थीं और फिल्म के डायरेक्टर थे ऋषिकेश मुखर्जी
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