अपनी भाषा और लेखन को मूल्यहीन होने से बचाने की ज़िम्मेदारी हमारी है। इसलिए इस ओर प्रयास भी हमें ही करना होगा।
from
via IFTTT
Home
/ अपनी हिंदी:पुस्तक-प्रेमियों के लिए निजी पुस्तकालय किसी ख़ज़ाने से कम नहीं होता, इसलिए इसे अगली पीढ़ी के लिए सहेजना और इसके प्रति लगाव पैदा करना ज़रूरी है
Friday, February 26, 2021
अपनी हिंदी:पुस्तक-प्रेमियों के लिए निजी पुस्तकालय किसी ख़ज़ाने से कम नहीं होता, इसलिए इसे अगली पीढ़ी के लिए सहेजना और इसके प्रति लगाव पैदा करना ज़रूरी है
Surya
Out too the been like hard off. Improve enquire welcome own beloved matters her. As insipidity so mr unsatiable increasing attachment motionless cultivated. Addition mr husbands unpacked occasion he.
0 comments:
Post a Comment