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Friday, June 19, 2020

फंकी कलर्स और हेयर स्टाइलिंग के साथ एक्स्पेरिमेंट कर मोनोटोनी को ब्रेक कर रहे गर्ल्स और बॉयज

फ्री-बर्ड की तरह जिंदगी जीने वाले लोगों के लिए अचानक घरों में लॉक हो जाना किसी एग्जाम से कम नहीं था। ऐसे में कई लोगों को सैडनेस, मूड स्विंग्स, लो-मूड और थिक-हेडेड जैसी फीलिंग आने लगी थी। इन सबसे बाहर निकल खुद को एनर्जेटिक रखने के लिए अब शहर के लोग अपने लुक्स में चेंज करवा रहे हैं। इसके लिए कुछ जहां बालों पर तरह-तरह के हेयर कलर्स ट्राय और कट्स ट्राय किएतो कुछ ने बालों के टेक्सचर को बदल दिया। मूड को पैम्पर करने के यह तरीके कितने कारगर हुए, जानने की कोशिश की शहर के यंगस्टर्स से।

रिस्ट्रिक्टेड फीलिंग को कहा नो
साइकोलॉजी की स्टूडेंट श्रेया नामदेव ने अभी कुछ दिनों पहले बालों में पर्पल और ब्लू कलर करावाया। श्रेया कहती हैं कि लॉकडाउन में रिस्ट्रिक्टेड टाइप की फीलिंग आ रही थी। लेकिन अब हेयर कलर में कुछ नया ट्राय करने से एक मोनोटोनी तोड़ने की खुशी मिली। महसूस हुआ किअब धीरे-धीरे सब पहले की तरह नाॅर्मल हो जाएगा।

फीलगुड के लिए लुक चेंज
स्टोरी टेलर भास्कर इंद्रकांति ने भी अपने लुक को बदला। इंद्रकांति कहते हैंलाॅकडाउन के दो महीनों में बोर और इनएक्टिव टाइप की फीलिंग आने लगी थी। इसको कंट्रोल करने के लिए उन्होंने बालों को शॉर्ट किया औरबियर्ड हटाकर पहली बार मुस्टैचेस को ग्रूम किया। बाजीराव जैसी मुस्टैचेस पहली बार ट्राय की और इस चेंज से लाइफ में एक्साइटमेंट बढ़ गई।

कॉन्फिडेंट नजर आती हूं अब
सॉफ्टवेयर डेवलपर मनोरमा शर्मा कहती हैं, लॉकडाउन में वर्क फ्रॉम होम लगातार चल रहा था, लेकिन घर से बाहर ना जाने की वजह से सेल्फ केयर नहीं मिल पा रही थी। बोरडम महसूस करने लगी थी। यह फीलिंग और ना बढ़े, इसलिए हेयर कलर चेंज करवाया, ताकि खुद को देखकर भी अच्छा महसूस कर सकूं। ऑफिस मीट में ही सही, लेकिन कॉन्फिडेंट नजर आती हूं।

हेयर स्टाइलिंग पर फोकस
ब्यूटी एक्सपर्ट स्वाति खिलरानी बताती हैं किहेयर कलर्स में स्टूडेंट्स ब्राइट और फंकी कलर्स ट्राय कर रहे हैं, वहीं वर्किंग प्रोफेशनल्स लाइट कलर्स की हाईलाइट्स से लुक चेंज करवा रहे हैं। ब्यूटी एक्सपर्ट निकी बावा के मुताबिक, पिछले 15 दिनों में करीब 90 लोग न्यू लुक की डिमांड लेकर आए। न्यू लुक के लिए लोगों को हेयर कलर के अलावा कैरेटिन ट्रीटमेंट, हेयर कट और रीबॉन्डिंग करवा रहे हैं।

नीरसता घर कर गई है
डॉ. विनय मिश्रा, साइकोलॉजिस्ट के अनुसार घर में लाॅक होने और चाहकर भी बाहर ना जा पाने से लोगों के भीतर नीरसता घर कर गई है। इससे लड़ने के लिए जरूरी है कि हम खुद को अच्छा महसूस कराएं। यंगस्टर्स की लुक बदलने की कोशिश असल में खुद के भीतर पॉजिटिविटी तलाशने का ही प्रयास है, जिसे सराहा जाना चाहिए।



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Youth breaking monotony by experimenting with funky colors and hair styling


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