+10 344 123 64 77

Friday, July 2, 2021

बोधकथा:आमदनी से ख़र्च ज़्यादा कैसे? इसका हल क्या निकलेगा, इस बोधकथा में जानिए

चादर के बाहर पैर पसारने, कर्ज़ लेने का मतलब संयम खोना है। कर्ज़ यानी आमदनी की कैंची।,कर्ज़ कभी-भी वेतन के बराबर नहीं लिया जाता। उससे कई गुना अधिक होता है।,ऐसे संयम खोना, नींदें उड़ा देने को काफ़ी है। हल क्या है?

from
via IFTTT

0 comments:

Post a Comment