+10 344 123 64 77

Monday, August 31, 2020

अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) ने अपने ट्वीट में जीडीपी और कोरोना वायरस के मामलों को...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/2QJQjXc
via IFTTT
बॉलीवुड एक्ट्रेस अदा शर्मा  (Adah Sharma) हमेशा कुछ न कुछ ऐसा करती है, जिससे लोगों को...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/2YPLLDm
via IFTTT
जिंदगी में शिक्षक का बड़ा महत्व होता है। ऐसा जरूरी नहीं है कि शिक्षक सिर्फ पढ़ाई में ही बच्चों की मदद करते हैं बल्कि वो जिंदगी में आगे बढ़ने और सही दिशा में बढ़ने की राह भी दिखाते हैं।

from Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | - Amar Ujala https://ift.tt/3hLZrXt
via IFTTT
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भारत की जीडीपी (GDP) यानी सकल घरेलू उत्पाद...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/32JW7Ws
via IFTTT
सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) ने अपने अंदाज और अपने काम से लोगों का दिल जीतने...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/2ETRErK
via IFTTT
बॉलीवुड के मशहूर एक्टर टाइगर श्रॉफ (Tiger Shroff) ने फिल्मी दुनिया में अपने अंदाज से...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/32HCApF
via IFTTT
कोरोना वायरस (Coronavirus) और लॉकडाउन का असर देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) पर भी देखने को...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/3gM3KAv
via IFTTT
बॉलीवुड की मशहूर सिंगर नेहा कक्कड़ (Neha Kakkar) इन दिनों सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं....

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/3js11Ok
via IFTTT
इस वीडियो में एक चीज है जो सबसे ज्यादा लोगों का ध्यान खींच रहा है वह है...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/3gJptsP
via IFTTT
कई वैज्ञानिकों ने ये आशंका जताई है कि सर्दी के मौसम में दुनिया को कोरोना वायरस की दूसरी लहर का सामना करना पड़ सकता है, जो पहले से कहीं अधिक खतरनाक और जानलेवा होगी।

from Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | - Amar Ujala https://ift.tt/3lADywz
via IFTTT
जहां पूरे देश में लॉकडाउन (Lockdown) धीरे-धीरे खुल रहा है और लोग न्यू नॉर्मल को अपना...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/3jtI6Tl
via IFTTT
बॉलीवुड के मशहूर सिंगर और एक्टर हिमेश रेशमिया (Himesh Reshammiya) इन दिनों सारे गा मा पा...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/3bbyOZd
via IFTTT

ऐसी कई महिलाएं हैं जिनके लिए साड़ी पहनकर चलना, उठना, बैठना या काम करना मुश्किल होता है। लेकिन साड़ी पहनकर डांस जैसे कठिन काम को एक महिला ने बखूबी कर दिखाया है। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हो रहा है जिसकी लोग खूब तारीफ कर रहे हैं।

डांस करने वाली महिला का नाम पारुल अरोड़ा है। उसने साड़ी में बेहतरीन फ्लिप फ्लॉप डांस किया। इसके डांस का वीडियो देखकर लोगों को हैरानी हो रही है।

कई लोग इस वीडियो को फेक मान रहे थे। लेकिन जब ये पता चला कि पारुल एक नेशनल लेवल गोल्ड मेडलिस्ट जिमनास्ट है तो यकीन हुआ कि वे इस लैंडिंग को कर सकती हैं। इस वीडियो को अब तक 4000 व्यूज मिले हैं। इसे 27,000 से ज्यादा लोग देख चुके हैं।

पारुल के साथ-साथ इस वीडियो में जो लड़का है, वो भी अपने स्टंट्स के लिए मशहूर है। ट्विटर पर इस लड़के की प्रोफाइल माइकल होशियार सिंह के नाम से है और उसने भी कुछ ज़बरदस्त स्टंट किये हैं।

सोशल मीडिया पर इस वीडियो के वायरल होते ही पारुल को तरह-तरह के कमेंट्स मिल रहे हैं। कोई उन्हें डेयरडेविल कह रहा है तो एक महिला ने यह भी कहा कि मैं तो साड़ी पहनकर चल भी नहीं सकती।

एक महिला ने कहा जब मैंने पहली बार साड़ी पहनी थी तो बीस मिनट तक चलने की प्रैक्टिस की थी। तब कहीं मैं चल पाई थी।

##

साड़ी पहनकर किसी भी काम को करना मुश्किल होता है। ऐसे में पारुल का यह स्टंट तारीफ के काबिल है। वे अक्सर अपने इंस्टाग्राम पर योग और जिमनास्ट करते हुए वीडियो साझा करती हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Parul Arora did flip flops in saree and Michael Singh in suit-boot, video became increasingly viral on social media


from
via IFTTT
बॉलीवुड के दबंग सलमान खान (Salman Khan) अपनी मस्ती से सबको हंसने पर मजूबर कर देते हैं....

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/32LX5Sa
via IFTTT
इस बात की जानकारी अक्षय कुमार ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट के जरिए एक वीडियो...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/3b9Q2q5
via IFTTT
बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) ने अपने काम और अपने अंदाज से लोगों...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/32Gfb7R
via IFTTT
टीवी की मशहूर एक्ट्रेस रश्मि देसाई (Rashami Desai) इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/31MUSql
via IFTTT

Sunday, August 30, 2020

आपको जानकर आश्चर्य होगा कि सांस लेने के दौरान हम अपने फेफड़ों का केवल 25 फीसदी ही उपयोग करते हैं। अमेरिकन लंग एसोसिएशन के मुताबिक, हमारे दोनों फेफड़ों का वजन 650 ग्राम के बराबर होता है।

from Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | - Amar Ujala https://ift.tt/2ETz8Qc
via IFTTT
अमेरिकी कंपनी एबॉट ने कोरोना संक्रमण की जांच के लिए एक ऐसी कोविड किट तैयार की है, जिसकी मदद से महज 15 मिनट में जांच की जा सकेगी। कंपनी ने इस किट का नाम बाइनेक्स-नाउ रखा है। इस किट की कीमत महत 400 रुपये रखी गई है।

from Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | - Amar Ujala https://ift.tt/3gNAych
via IFTTT
क्रिकेटर युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) की मंगेतर और डांसर धनाश्री वर्मा (Dhanashree Verma) इन...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/3gzM6A3
via IFTTT
आलिया भट्ट (Alia Bhatt) हमेशा चर्चा में बनी रहती हैं. इसके अलावा आलिया अपने लुक और...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/3b9XIII
via IFTTT

डॉ. एस पद्मावती 103 साल की उम्र में कोविड-19 के चलते इस दुनिया में नहीं रहीं। नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट ने 30 अगस्त को यह जानकारी दी। उनका पिछले 11 दिनों से नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट में इलाज चल रहा था।

उनका जन्‍म म्‍यांमार में हुआ था। उन्होंने रंगून मेडिकल कॉलेज से ग्रेजुएशन के बाद कार्डियोलॉजी में अपने करिअर की शुरुआत की। डॉ पद्मावती को भारत में पहली कार्डियक केयर यूनिट की स्थापना का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने 1981 में नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट की स्थापना की थी।

पद्मावती को कोविड-19 के चलते अस्पताल में भर्ती किया गया था। उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी और बुखार भी था। निमोनिया का असर उनके दोनों लंग्स पर हुआ जिसकी वजह से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। अस्पताल में कार्डियक अरेस्ट की वजह से वे चल बसीं।

पद्मावती के मेडिकल के क्षेत्र में सराहनीय योगदान को देखते हुए भारत सरकार ने 1967 में उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया। उन्हें 1992 में भारत सरकार ने पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।

डॉ पद्मावती को हार्वर्ड मेडिकल इंटरनेशनल अवार्ड के अलावा कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त हैं। उन्हें डॉक्टर बीसी रॉय और कमला मेनन रिसर्च अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Dr. S. Padmavati, India's first cordologist, died at the age of 103 due to Kovid-19


from
via IFTTT
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने एक खुश करने वाला दावा किया है। उनका कहना है, 'दीवाली तक हम कोरोना संक्रमण के प्रसार को काफी हद तक नियंत्रित कर लेंगे।' 

from Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | - Amar Ujala https://ift.tt/3lsfrQB
via IFTTT
सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) केस की जांच में जुटी सीबीआई की टीम लगातार एक्टर...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/3bdpe89
via IFTTT
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बीते दिन मन की बात रेडियो कार्यक्रम के...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/2QRBHp3
via IFTTT
निया शर्मा (Nia Sharma) द्वारा खतरों के खिलाड़ी मेड इन इंडिया (Khatron Ke Khiladi Made In India) जीतने पर...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/2ESc1G4
via IFTTT
टीवी सीरियल्स से 'बिग बॉस 13' में भी खूब नाम कमाने वाली आरती सिंह (Arti Singh) इन दिनों...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/34P3HBU
via IFTTT
टीवी की नागिन यानी करिश्मा तन्ना (Karishma Tanna) अपनी एक्टिंग के साथ-साथ अपने स्टाइल...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/2ETjCDW
via IFTTT
बॉलीवुड की स्टाइलिश एक्ट्रेस में से एक जरीन खान (Zareen Khan) इन दिनों सोशल मीडिया...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/2Dc3ixJ
via IFTTT
बॉलीवुड एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी (Shilpa Shetty) अपने अंदाज के लिए खूब जानी जाती हैं....

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/2YMLHUT
via IFTTT
फिट रहने के लिए शारीरिक कसरत और संतुलित भोजन दोनों की अहमियत होती है, लेकिन फिटनेस की सनक में जो लोग खुद को भूखा रखते हैं वे भारी परेशानी में पड़ सकते हैं। 

from Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | - Amar Ujala https://ift.tt/2QFOKcN
via IFTTT

कोरोनाकाल में सुसाइड, स्ट्रेस और डिप्रेशन के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, दुनियाभर में 26 करोड़ से ज्यादा लोग डिप्रेशन से जूझ रहे हैं। लैंसेट जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हर 7 में से 1 भारतीय मानसिक रोगी है। इसलिए तय करें कि दिमाग को शांत रखने के लिए वक्त निकालेंगे। जयपुर के फिटनेस एक्सपर्ट विनोद सिंह बता रहे हैं डिप्रेशन, स्ट्रेस और एंग्जाइटी को दूर करने वाले 5 आसनों के बारे में...

अधोमुख श्वानासन (डाउनवर्ड फेसिंग डॉग पोज)

ऐसे करें

  • पेट के बल लेटें और सांस खींचते हुए पैरों और हाथों के बल शरीर को उठाएं और टेबल जैसा आकार बनाएं।
  • सांस को बाहर निकालते हुए धीरे-धीरे कूल्हों (हिप्स) को ऊपर की तरफ उठाएं। अपनी कोहनियों और घुटनों को सख्त बनाए रखें। ध्यान रखें कि शरीर उल्टे 'वी' के आकार में आ जाए।
  • कंधे और हाथ एक सीध में रखें और पैर कूल्हे की सीध में रहेंगे। टखने बाहर की तरफ रहेंगे।
  • अब हाथों को नीचे जमीन की तरफ दबाएं और गर्दन को लंबा खींचने की कोशिश करें। आपके कान आपके हाथों के भीतरी हिस्से को छूते रहें।
  • इसी स्थिति में कुछ सेकेंड्स तक रुकें और उसके बाद घुटने जमीन पर टिका दें और मेज जैसी स्थिति में​ फिर से वापस आ जाएं।

सेतुबंधासन (ब्रिज पोज)

ऐसे करें

  • योग मैट पर पीठ के बल लेट जाएं और सांसों की गति सामान्य रखते हुए हाथों को बगल में रख लें।
  • अब धीरे-धीरे अपने पैरों को घुटनों से मोड़कर कूल्हों के पास ले आएं। कूल्हों को जितना हो सके फर्श से ऊपर की तरफ उठाएं। हाथ जमीन पर ही रहने दें।
  • कुछ देर के लिए सांस को रोककर रखें। इसके बाद सांस छोड़ते हुए वापस जमीन पर आएं। पैरों को सीधा करें और विश्राम करें।
  • 10-15 सेकेंड तक ​आराम करने के बाद फिर से शुरू करें।

शवासन (कॉर्प्स पोज)

ऐसे करें

  • पीठ के बल लेटकर अपनी आंखें बंद कर लें। दोनों पैरों को अलग-अलग करें और शरीर को रिलैक्स छोड़ दें। हाथ शरीर से थोड़ी दूर रखें और हथेलियों को आसमान की ओर खुला छोड़ दें।
  • धीरे-धीरे शरीर के हर हिस्से की तरफ ध्यान देना शुरू करें। शुरुआत पैरों के अंगूठे से करें। ऐसा करते हुए सांस लेने की गति एकदम धीमी कर दें।
  • धीरे-धीरे आप गहरे मेडिटेशन में जाने लगेंगे। आलस या उबासी आने पर सांस लेने की गति तेज कर दें। शवासन करते हुए कभी भी सोना नहीं चाहिए।
  • सांस लेने की गति धीमी​ लेकिन गहरी रखें। आपका फोकस सिर्फ खुद और अपने शरीर पर ही रहेगा। 10-12 मिनट के बाद, आपका शरीर पूरी तरह से रिलैक्स हो जाएगा।

चक्रासन

ऐसे करें

  • पीठ के बल लेट जाएं और अपने दोनों हाथों और पैरों को सीधा रखें। अब पैरों को घुटने के यहां से मोड़ लें।
  • अब अपने हाथों को पीछे की ओर अपने सिर के पास ले जाकर जमीन से टिका लें।
  • सांस को अंदर की ओर लें और अपने पैरों पर वजन को डालते हुए कूल्हों को ऊपर उठाएं।
  • दोनों हाथों पर वजन को डालते हुए अपने कधों को ऊपर उठाएं और धीरे धीरे अपने हाथों को कोहनी के यहां से सीधे करते जाएं।
  • ध्यान रखें की दोनों पैरों के बीच की दूरी और दोनों हाथों की बीच की दूरी समान होनी चाहिए।
  • इसके बाद अपने दोनों हाथों को अपने दोनों पैरों के पास लाने की कोशिश करें और जितने पास ला सकते है लाएं।

उत्तानासन

ऐसे करें

  • सीधे खड़े हो जाएं और दोनों हाथ कूल्हों पर रख लें। सांस को भीतर खींचते हुए कमर को मोड़ते हुए आगे की तरफ झुकें।
  • धीरे-धीरे कूल्हों को ऊपर की ओर उठाएं और दबाव ऊपरी जांघों पर आने लगेगा। अपने हाथों से टखने को पीछे की ओर से पकड़ें।
  • आपके पैर एक-दूसरे के समानांतर रहेंगे। आपका सीना पैर के ऊपर छूता रहेगा। जांघों को भीतर की तरफ दबाएं और शरीर को एड़ी के बल स्थिर बनाए रखें।
  • सिर को नीचे की तरफ झुकाएं और टांगों के बीच से झांककर देखते रहें। इसी स्थिति में 15-30 सेकंड तक स्थिर बने रहें। जब आप इस स्थिति को छोड़ना चाहें तो पेट और नीचे के अंगों को सिकोड़ें।
  • सांस को भीतर की ओर खींचें और हाथों को कूल्हों पर रखें। धीरे-धीरे ऊपर की तरफ उठें और सामान्य होकर खड़े हो जाएं।


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
5 yogasan to reduce stress anxiety and depression yoga to calmy our mind and body in pandemic


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3bacob5
via IFTTT
इटली का कहना है कि उनकी वैक्सीन कोरोना वायरस के सभी स्ट्रेन यानी रूपों पर असरदार होगी।

from Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | - Amar Ujala https://ift.tt/2EE9yiz
via IFTTT
भारतीय स्पिन गेंदबाज युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) ने हाल ही में अपनी सगाई की फोटो...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/3bh88qg
via IFTTT
'गैंग्स ऑफ फिल्मिस्तान' (Gangs Of Filmistan), जिसमें वह दर्शकों को एक घंटे तक नॉन स्टॉप...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/2YILp16
via IFTTT

दुनियाभर में इस समय अब कोरोना के मामलों से ज्यादा वैक्सीन की चर्चा है। भारत समेत ज्यादातर देश इस साल के अंत कोरोना का टीका उपलब्ध होने की बात कह रहे हैं। लेकिन वैक्सीन तैयार करना जितना चुनौतीभरा काम है उतना ही मुश्किल होगा दुनियाभर के लोगों तक इसे पहुंचाना। वैक्सीन का सफर भी आसान नहीं होता। यह कई चरणों को पार करते हुए आप तक पहुंचता है, इसलिए तैयार होने में सालों लगते हैं। आज संडे स्पेशल खबर में पढ़िए कोविड-19 का टीका आप तक कैसे पहुंचेगा...

1- वायरस की पड़ताल

पहले शोधकर्ता पता करते हैं कि वायरस कोशिकाओं को कैसे प्रभावित करता है। वायरस प्रोटीन की संरचना से देखते हैं कि क्या इम्यून सिस्टम बढ़ाने के लिए उसी वायरस का इस्तेमाल हो सकता है। उस एंटीजन को पहचानते हैं, जो एंटीबॉडीज बनाकर इम्यूनिटी बढ़ा सकता है।

2- प्री-क्लिनिकल डेवलपमेंट में जानवरों पर परीक्षण होता है

मनुष्यों पर परीक्षण से पहले यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि कोई टीका या दवा कितना सुरक्षित है और कारगर है। इसीलिए सबसे पहले जानवरों पर परीक्षण किया जाता है। इसमें सफलता के बाद आगे का काम शुरू होता है, जिसे फेज-1 सेफ्टी ट्रायल्स कहते हैं।

3- क्लिनिकल ट्रायलः इसमें पहली बार इंसानों पर परीक्षण होता है, इसके भी 3 चरण
पहला चरणः
18 से 55 साल के 20-100 स्वस्थ लोगों पर परीक्षण। देखते हैं कि पर्याप्त इम्यूनिटी बन रही है या नहीं।
दूसरा चरणः 100 से ज्यादा इंसानों पर ट्रायल। बच्चे- बुजुर्ग भी शामिल। पता करते हैं कि असर अलग तो नहीं।
तीसरा चरणः हजारों लोगों को खुराक देते हैं। इसी ट्रायल से पता चलता है कि वैक्सीन वायरस से बचा रही है या नहीं। सब कुछ ठीक रहा तो वैक्सीन के सफल होने का ऐलान कर दिया जाता है। अप्रूवल मिलने पर उत्पादन शुरू हो जाता है।

3- सूखी बर्फ या जमी हुई कार्बन-डाई ऑक्साइड में रखते हैं वैक्सीन
वैक्सीन तैयार होने के बाद इसे खास तरह के इंसुलेटेड डिब्बों में निकाला जाता है। वैक्सीन को ठंडा रखने के लिए इसे सूखी बर्फ या जमी हुई कार्बन-डाइ-ऑक्साइड वाले डिब्बे में रखा जाता है।

इन डिब्बों को बड़े-बड़े फ्रीजर में रखते हैं। ये फ्रीजर जहां होते हैं वहां लोग पीपीई किट पहनकर काम करते हैं। दस्ताने और चश्मा भी अनिवार्य रहता है, वरना इतनी ठंड वाले माहौल में काम करना आसान नहीं हो पाता।

4. -20 डिग्री रखा जा सकता है स्टोरेट रूम का तापमान
अब अगला चरण है, इसे लोगों तक पहुंचाने का। अब इसे इंसुलेटेड डिब्बों में सूखी बर्फ डालकर फिर पैक किया जाएगा और जहां जरूरत है वहां भेजा जाएगा। जिस कमरे में इसे रखा जाना है, वहां का तापमान -20 डिग्री तक ठंडा रखा जा सकता है। आमतौर मौजूद वैक्सीन के लिए 2 से 8 डिग्री का तापमान आदर्श माना जाता है।

5. कांच की शीशियों के साथ वैक्सीन रखने के लिए फ्रिज की भी चुनौती

वैक्सीन के प्रोडक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन को लेकर कितनी चुनौतियां हैं, इस गावी के सीईओ ने अपनी बात रखी है। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, गावी के सीईओ बर्कले कहते हैं हम इसे लेकर चिंतित थे। ऐसे में हमने दो अरब डोज के लिहाज से पर्याप्त शीशियां पहले ही ख़रीद लीं। हमें लग रहा है कि 2021 तक हमारे पास पास इतनी ही डोज़ होंगी।

न सिर्फ़ कांच की शीशियों की कमी की आशंका है बल्कि ऐसा ही फ्रिज के साथ भी है क्योंकि ज़्यादातर वैक्सीन्स को कम तापमान पर रखना ज़रूरी होगा।

दुनियाभर में 170 टीकों पर चल रहा काम

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, इस समय दुनियाभर में करीब 170 टीकों पर काम चल रहा है, जिनमें से 30 का क्लीनिकल ट्रायल चल रहा है। इनमें से सभी टीके ऐसे नहीं हैं जिन्हें -80 डिग्री सेल्सियस पर स्टोर करने की जरूरत है। लेकिन स्टोरेज कंपनियों की कोशिश है कि चाहे जैसी भी वैक्सीन बने उसे लोगों तक पहुंचाने में स्टोरेज की कमी के कारण देर नहीं होनी चाहिए।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
 How Corona Vaccine Will Reach Us know how vaccine developed


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3jv0Sts
via IFTTT
बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस नोरा फतेही (Nora Fatehi) अपने अंदाज और अपने डांस के लिए...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/3jrx1lL
via IFTTT
व्लादिमीर पुतिन ने बताया कि उनकी बेटी ने बिना उनसे परामर्श किए ही वैक्सीन की डोज ले ली थी।

from Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | - Amar Ujala https://ift.tt/34MGVu3
via IFTTT
दीपिका कक्कड़ (Dipika Kakar) और शोएब इब्राहिम (Shoaib ibrahim) हाल ही में बॉलीवुड के मशहूर...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/2QByvxp
via IFTTT
ऐश्वर्या राय (Aishwarya Rai) के थ्रोबैक डांस वीडियो को करीब 88 हजार बार देखा जा चुका है....

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/3gDRxxL
via IFTTT
अभिनय, गायिकी और नृत्‍य प्रतिभा की धनी अक्षरा सिंह का आज जन्‍मदिन है. इस मौके...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/32FXbdF
via IFTTT

Saturday, August 29, 2020

बॉलीवुड एक्ट्रेस और बिग बॉस 13 की कंटेस्टेंट रह चुकीं शेफाली जरीवाला (Shefali Jariwala)...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/34JyEqP
via IFTTT
करिश्मा कपूर (Karisma Kapoor) सबसे फिट और ग्लैमरस एक्ट्रेसस में से एक हैं. सिर्फ इतना...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/2GehDuZ
via IFTTT

कोरोना काल में हाइजीन जीवन का जरूरी हिस्सा बन गया है। फिर चाहे वो ब्यूटी टूल्स ही क्यों न हों। इन्हें साफ़ रखना भी बहुत जरूरी है। ब्लश और कॉम्पैक्ट को एक ही ब्रश की मदद से लगाया जाता है। लिपस्टिक बुलेट्स, आई-लाइनर स्टिक्स और मस्कारा वैंड्स का उपयोग भी बार-बार किया जाता है।

ब्रश और स्पॉन्ज कई बार पैन व ट्यूब में आते-जाते हैं। नेल फाइलर और कंघी भी लगातार स्किन के सम्पर्क में आते हैं। आप अकेले इनका उपयोग करते हैं तो भी डेड स्किन, पसीना और ऑइल लगातार जमा होता ही रहता है। जानिए मेकअप प्रोडक्ट को घर में सैनिटाइज करने के कुछ टिप्स।

स्टरलाइज़र मशीन

जो लोग डिसइंफेक्टेंट को लेकर गंभीर हैं, उनके लिए यह एक आदर्श विकल्प है। पोर्टेबल हो या परमानेंट इसकी मदद से लगभग हर चीज सैनिटाइज की जा सकती है। इसमें मेकअप प्रोडक्ट्स, ब्यूटी टूल्स, चाबियां और वॉलेट को भी सैनिटाइज किया जा सकता है।

यूवी लाइट डिसइंफेक्टेंट

यह होम गैजेट यूवी लाइट्स स्टरलाइजर सैनिटाइजर वैंड, पोर्टेबल यूवी लाइट डिसइंफेक्शन लैम्प है जो घर, होटल, ट्रैवल कार में रखने के लिए चार्जेबल और फोल्डेबल भी है। इससे 99 प्रतिशत जर्म्स और बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं।

डिसइंफेक्टेंट स्प्रे

घर में डिसइंफेक्टेंट स्प्रे है तो मौजूदा चीज़ों को आसानी से सैनिटाइज किया जा सकता है। हाथ और फोन जैसे सरफेस पर मौजूद जर्म्स को खत्म करने का यह तरीका बेहद असरदार है। इस स्प्रे को हार्ड और सॉफ्ट हर तरह की सतह पर इस्तेमाल किया जा सकता है। स्किन पर इस्तेमाल होने वाले मेकअप ब्रश को साफ़ करने के लिए भी सुरक्षित है।

एंटी-बैक्टीरियल वाइप्स

दिनभर में न जाने कितनी ही सतह छूने के बाद उंगली से आइशैडो लगाते हैं या लिप बाम लगाते हैं तो हर तरह के जर्म्स इकट्ठा कर लेते हैं। हाथ, चेहरा और अन्य सतह साफ़ करने के लिए भी ये वाइप्स असरदार होते हैं।

आइसोप्रोपेल एल्कोहल क्लीनर

ये क्लीनर अक्सर हॉस्पिटल या सर्जिकल काम में इस्तेमाल होते हैं। अब घर में यूज हो रहा है। रबिंग एल्कोहल के नाम से मशहूर है, जिसकी मदद से मेकअप टूल्स सैनिटाइज किए जा सकते हैं। इससे डोर नॉब्स भी साफ़ कर सकते हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Use to sterilize makeup products and beauty tools Sterilizer machine, effective disinfectant spray in cleaning makeup brushes


from
via IFTTT
प्रीति जिंटा (Preity Zinta) को वीडियो में देखा जा सकता है कि कैंची की मदद से पौध से...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/3lA84GW
via IFTTT
साउथ की सुपरस्टार एक्ट्रेस कीर्ति सुरेश (Keerthy Suresh) सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/32HGRsW
via IFTTT
विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) ने कहा है कि रिया चक्रवर्ती (Rhea Chakraborty) तो महज एक मोहरा...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/3lGbRm2
via IFTTT
अपनी आंखों के इशारों से सबको दीवाना बनाने वाली प्रिया प्रकाश वारियर (Priya Prakash...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/2Ew9y4l
via IFTTT

साड़ियों की शौक़ीन कौन स्त्री नहीं होगी और पुरानी होती साड़ियों की फ़िक़्र भी किसे नहीं सताती होगी। तो ऐसे में जिन्हें सिलाई का थोड़ा-बहुत भी शौक़ है या कुछ तरकीबों को आज़माना आता है, तो पुरानी साड़ियों से घर को नवेला लुक देना चुटकी बजाते ही हो जाएगा।

1. शिफॉन के पर्दे

शिफॉन की साड़ियां पहनने में जितनी ख़ूबसूरत लगती हैं, इनके पर्दे भी उतने ही सुंदर दिखते हैं। अगर आपको थोड़ा बदलाव करना है तो शिफॉन की प्लेन साड़ी को खिड़की का पर्दा बना दें। सामान्य पर्दों के साथ मिलाकर भी बीच में डाल सकती हैं और रिबन या लैस से बांध सकती हैं। या फिर अलग-अलग रंग की प्लेन शिफॉन साड़ियों के पर्दे बनाकर लगाएं।

2. प्रिंटेड से दें नया रूप

यदि हमेशा प्लेन पर्दे डालती हैं तो इस बार कुछ नया आज़माएं। प्लेन पर्दों के बीच में प्रिंटेड साड़ी का पर्दा लगाएं। पर्दे के रंग से मिलते-जुलते रंग की साड़ी का चयन करें। ऐसा भी कर सकती हैं कि पूरे पर्दे प्रिंटेड ही रखें। ये तरीक़ा भी काफ़ी जंचेगा। इस तरह थोड़ा बदलाव भी हो जाएगा और साड़ियों का सही इस्तेमाल भी होगा।

3. कुशन कवर आज़माएं

अगर शादी की साड़ियां रखी हैं जो अब पहनने में नहीं आती हैं तो इन हैवी साड़ियों से कुशन कवर बना सकती हैं। इसके अलावा किसी साड़ी का वर्क अच्छा है तो उसे काटकर भी कुशन कवर पर लगा सकती हैं। इस तरह कवर को और ख़ूबसूरत बना सकेंगी।

4. मजबूत रनर्स बनाएं

अपनी हैवी साड़ी का ख़ूबसूरती से इस्तेमाल करना चाहती हैं तो ये तरक़ीब आपके लिए है। साड़ी से डाइनिंग टेबल रनर्स बना सकती हैं। ये बहुत बढ़िया लगते हैं। जब मेहमानों के आने की सूरत बनेगी या त्योहारों की फिर से धूम होगी, तो ये हैवी रनर्स आपके मन के उत्साह को सही ढंग से प्रतिबिम्बित करेंगे।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Make window curtains, dining table runners with printed chiffon saris for hay decor and enhance the elegance of your room


from
via IFTTT
नेहा कक्कड़ (Neha Kakkar) उन सेलेब्स में से हैं, जो हमेशा ही सुर्खियों में बनी रहती...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/3gGb5Sh
via IFTTT
सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) के निधन को दो महीने से ज्यादा समय हो चुका है. उनके...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/34KOnGf
via IFTTT

राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत शुरू की गई 'उम्मीद की रसोई' उन महिलाओं को रोजगार प्रदान करती है, जिनकी नौकरी कोविड-19 की वजह से छूट गई है।

दिल्ली की बुद्ध नगर निवासी आरती महामारी से पहले लोगों के घरों में खाना बनाने का काम करती थी। लॉकडाउन की वजह से उसकी नौकरी छूट गई। ऐसे में उसके लिए अपने परिवार का खर्च चलाना मुश्किल हुआ। लेकिन नई दिल्ली की उम्मीद की रसोई का हिस्सा बनने के बाद वह खुश है।

आरती कहती है - ''हम पांच लोगों की टीम है। हमने मिलकर तीन किलो चावल और दो किलो राजमा बनाएं। पहले ही दिन 2:30 बजे तक सारा खाना बिक गया। अपने काम की शुरुआत हमने राजमा-चावल से की है। धीरे-धीरे अपने मेन्यू में और चीजें भी शामिल करेंगे''।

नई दिल्ली में अब तक की गई पहल जैसे 'उम्मीद की राखी' और 'उम्मीद के गणपति' की सफलता के बाद उम्मीद की रसाई की सफलता की आशा की जा रही है।

यह प्रोजेक्ट स्व सहायता समुहों के लिए बनाया गया है। डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट तन्वी गर्ग के अनुसार ये रसोई उन महिलाओं के जीवन में उम्मीद जगाएगी जो लॉकडाउन की वजह से अपनी नौकरी खो चुकी हैं।

तन्वी कहती हैं - ''हमारे नई दिल्ली जिला प्रशासन ने अपने तीन उपखंडों में 12 ऐसे समूहों का गठन किया है। इनमें वसंत विहार, दिल्ली कैंट और चाणक्यपुरी शामिल है। लगभग हर समूह में 20 महिलाएं हैं। हम उन्हें वित्तीय मामलों की ट्रेनिंग दे रहे हैं। साथ ही हाथ में बनी चीजों से आजीविका चलाने के उपाय भी बता रहे हैं''।

उम्मीद की रसाई के अंतर्गत स्व सहायता समुहों की महिलाएं अपने घर से खाना बनाकर स्टॉल पर लाती हैं और इसे बेच देती हैं। इनका एक स्टॉल वसंत विहार में एसडीएम ऑफिस के पास लगाया गया है। वहीं दूसरा सरोजिनी नगर मार्केट और तीसरा जामनगर में डीएम ऑफिस के पास स्थित है।

तन्वी के अनुसार, ''इन स्टॉल की शुरुआत से पहले महिलाओं को प्रोफेशनल शेफ द्वारा हाइजीनिक कुकिंग की ट्रेनिंग दी जाती है। उन्हें ये भी बताया जाता है कि खाना किस तरह से सर्व करना है, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कैसे करना है और मास्क पहनने का सही तरीका क्या है''।

उम्मीद की रसोई में 18 से 60 साल की महिलाएं काम कर सकती हैं। ये प्रोजेक्ट महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सराहनीय प्रयास है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
'Ummid Ki Rasoi' became a source of income for women in Delhi, hope raised in the lives of women whose jobs have been left in lockdown


from
via IFTTT

शीशे के सामने खड़े होकर अपना चेहरा क़रीब से देखिए। ग़ौर कीजिए कि आपकी त्वचा आपकी सेहत के बारे में क्या संकेत दे रही है! चेहरे पर मुंहासे, होंठ फटना या त्वचा पर खुजली होना आम समस्याएं लगती हैं। कई दफ़ा हम सोचते हैं कि प्रदूषण, मौसम या हॉर्मोन में बदलाव इसके कारण हैं।

परंतु हर बार ऐसा नहीं होता है। ये अंदरूनी समस्याएं भी हो सकती हैं, जो त्वचा पर नज़र आने लगती हैं। कुछ ऐसी ही त्वचा संबंधी समस्याएं आपको बता रहे हैं, जो आम लगती हैं, लेकिन असल में ये आपकी सेहत का हाल बताती हैं।

1. आंखों के नीचे काले घेरे

आंखों के नीचे काले घेरे शरीर में कई तरह की कमज़ोरी का परिणाम होते हैं। अधिक नींद लेना, ज्यादा थकान, ज्यादा देर तक जागते रहना, टीवी या लैपटॉप/कंप्यूटर स्क्रीन पर अधिक वक़्त बिताना या अनियमित जीवनशैली के कारण बहुत से लोग काले घेरों की समस्या से पीड़ित हैं।

आमतौर पर आंखों के नीचे काले घेरे बढ़ती उम्र के कारण भी होते हैं। इसके अलावा कई बार यह समस्या आनुवंशिक भी होती है। आंखों में खिंचाव की वजह से काले घेरे बन सकते हैं। आंखों में सूखापन भी वजह बन सकती है। इसके अलावा डिहाइड्रेशन या धूप के कारण हो सकते हैं।

क्या करें :

काले घेरों का उपचार इनके कारणों पर निर्भर करता है, लेकिन कुछ उपाय आप कर सकते हैं, जैसे- कोल्ड टी की थैली लगाना और पर्याप्त नींद लेना। कोल्ड कंप्रेस लगाने से सूजन कम हो जाती है और रक्त वाहिकाओं को सिकुड़ने में मदद मिलती है।

हरी सब्ज़ियां और विटामिन-ई युक्त आहार लें। कई बार हीमोग्लोबिन की कमी के कारण भी ये घेरे हो सकते हैं, इसलिए आयरन युक्त खाद्य पदार्थ, जैसे पालक, सेब, किशमिश, चुकंदर आदि आहार में शामिल करें।

2. होंठों का फटना

मौसम के कारण होंठ फटना आम बात है, जो लिप बाम या क्रीम से ठीक हो जाते हैं। अगर होंठ हमेशा फटते रहते हैं और इनमें दर्द भी होता है, तो ये डिहाइड्रेशन यानी कि शरीर में पानी की कमी होने का संकेत है। ऐसे में अधिक से अधिक पानी पिएं। होंठ फटने का कारण लिप एक्जिमा भी हो सकता है।

क्या करें :

होंठ पर जीभ और लार न लगाएं और न इन्हें दांतों से न चबाएं। अगर फटे होंठ ठीक नहीं हो रहे हैं, तो त्वचा विशेषज्ञ से परामर्श लें।

3. गाल पर लाल चकत्ते

अगर गाल पर या नाक के ऊपरी हिस्से पर लाल चकत्ते हो जाते हैं तो यह ल्यूपस की समस्या है। गंभीर सूजन वाली इस बीमारी में चेहरे पर तितली आकार के लाल चकत्ते पड़ जाते हैं। आमतौर पर धूप के संपर्क में आने से इन चकत्तों की समस्या और भी बढ़ जाती है। इन लाल चकत्तों के साथ-साथ बुखार, खुजली और ठंड में उंगलियों की त्वचा हल्की नीली होने जैसी समस्या हो सकती है।

क्या करें :

इस स्थिति में त्वचा रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेना ही अच्छा होगा।

4. त्वचा में खुजली

अगर शरीर के किसी भी हिस्से की त्वचा में लगातार खुजली होती है, खुजलाने के बाद भी नहीं रुकती, त्वचा लाल हो जाती है और खुजली के कारण नींद भी प्रभावित होती है, तो इसका कारण एटॉपिक डर्मेटाइटिस हो सकता है। ये समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है। आमतौर पर ये एलर्जी या हे-फीवर की वजह से होती है।

क्या करें :

कुछ ज़रूरी बातों का ध्यान रखें, जैसे देर तक नहीं नहाएं, पसीना, धूल, डिटर्जेंट, परागकणों से दूर रहें। किन खाद्य पदार्थों से एलर्जी है, यह डॉक्टर की मदद से पता करें। सौम्य साबुन से नहाएं।

नहाने के बाद शरीर को अच्छी तरह से सुखाएं। दिन में दो बार त्वचा को मॉइस्चराइज़ करें। वज़न कम करने और व्यायाम करने से त्वचा की खुजली कम हो सकती है। इस सबके बावजूद खुजली कम नहीं हो रही है, तो लिवर और किडनी की बीमारी भी कारण हो सकती है। ऐसे में जांच कराना बेहतर विकल्प है।

5. चेहरे पर मुंहासे

माथे पर मुंहासे बालों में अधिक डैंड्रफ के कारण हो सकते हैं। इसके अलावा तनाव या ठीक तरह से नींद न ले पाना भी वजह हो सकती है। जिनको यह समस्या होती है उनका पाचनतंत्र सही नहीं होता। अगर ठुड्डी पर लगातार मुंहासे निकल रहे हैं तो ये हॉर्मोन की समस्या हो सकती है।

ऐसा सही तरह से पीरियड्स न होने पर भी होता है। अगर चेहरे और कान के किनारों पर मुंहासे निकल रहे हैं तो हॉर्मोन का असंतुलित होना कारण हो सकता है।

क्या करें :

हो सकता है कि कॉस्मेटिक प्रॉडक्ट्स और शैंपू त्वचा को नुक़सान पहुंचा रहे हों। ऐसे में इन्हें बदलकर देखिए। गालों पर मुंहासे निकलने की वजह आहार में शक्कर की अधिक मात्रा का सेवन करना है। ऐसे में कम प्रोसेस्ड शुगर लें। इसके बावजूद मुंहासों की समस्या बनी हुई है, तो त्वचा रोग विशेषज्ञ से सलाह लें।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Do not ignore these 5 signs of skin, if there are dark circles under the eyes, then eat foods rich in iron, reduce the amount of sugar when there is acne on the face.


from
via IFTTT
भारत में लगातार कोविड-19 (Covid 19) से संक्रमितों के मामले बढ़ते जा रहे हैं. देश में...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/2QCi4Rv
via IFTTT
हाल ही में सैफ अली खान (Saif Ali Khan) ने अपना 50वां जन्मदिन मनाया. उनके जन्मदिन के मौके...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/3lx78mn
via IFTTT
रूस में कोरोना की एक और वैक्सीन EpiVacCorona तैयार कर ली गई है, जिसे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बहुत बढ़िया बताया है। पुतिन ने कहा है कि रूस की इस दूसरी वैक्सीन EpiVacCorona और पहली वैक्सीन Sputnik V के बीच प्रतिस्पर्धा होगी। 

from Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | - Amar Ujala https://ift.tt/2EHrF75
via IFTTT
नेहा कक्कड़ (Neha Kakkar) को वीडियो में देखा जा सकता है कि जब  परमिश वर्मा (Parmish Verma) उन पर...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/32unzak
via IFTTT
Sadak 2 Review: फिल्म की कहानी रवि यानी संजय दत्त (Sanjay Dutt) की है. रवि की पूजा मर चुकी है और...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/3lt9t1Q
via IFTTT
बॉलीवुड एक्ट्रेस मलाइका अरोड़ा (Malaika Arora) ने अपने डांस से कई फिल्मों में खूब...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/2YJxSXb
via IFTTT
जुहू बीच पर पाव भाजी खाते हुए वीडियो इंस्टाग्राम से शेयर किया था. इस वीडियो...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/3lvxPb6
via IFTTT

अहमदाबाद की फार्मा कम्पनी इंटास फार्मास्युटिकल ऐसी दवा विकसित की है जो कोरोना मरीजों के लिए प्लाज्मा थैरेपी का विकल्प बनेगी। कंपनी का दावा है कि इस दवा को लेने के बाद कोविड-19 रोगियों को प्लाज्मा थैरेपी की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस दवा को मानव प्लाज्मा से तैयार किया गया है।

ह्यूमन ट्रायल की मंजूरी मिली
इंटास फार्मास्युटिकल के चिकित्सा और नियामक मामलों के हेड डॉ. आलोक चतुर्वेदी ने कहा कि यह देश में पहली बार है कि ऐसी दवा बनाई जा रही है जो पूरी तरह से स्वदेशी है। कोविड-19 के उपचार के लिए विशेष रूप से विकसित हाइपरिम्यून ग्लोब्युलिन के ह्यूमन ट्रायल के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) से मंजूरी मिल गई है। हम इसके लिए गुजरात और देश के कई अस्पतालों के साथ बातचीत कर रहे हैं। अगले एक महीने में ट्रायल शुरू हो जाएगा।

30 एमजी की खुराक पर्याप्त होगी
डॉ. चतुर्वेदी के मुताबिक, वर्तमान में कोरोना रोगियों को लगभग 300 एमजी प्लाज्मा के साथ प्लाज्मा थैरेपी दी जाती है। दूसरी बात, यह तय नहीं है कि यह हर मरीज को कैसे और किस हद तक प्रभावित करता है। नई तैयार होने वाली हाइपरिम्यून ग्लोब्युलिन की 30 एमजी की एक खुराक रोगी के लिए पर्याप्त है।

अब तक हुआ परीक्षण सफल रहा
दवा पर अब तक हुआ परीक्षण सफल रहा है। डॉ. चतुर्वेदी ने कहा कि यह दवा मानव प्लाज्मा से बनाई गई है, इसलिए इसके परिणाम परीक्षण के एक महीने के भीतर आने की उम्मीद है। परीक्षण सफल रहने पर दवा अगले तीन महीनों में लॉन्च करने के लिए तैयार होगी क्योंकि इसके उत्पादन के लिए जरूरी अनुमति लेने में एक महीने का समय लगेगा।

कैसे काम करती है प्लाज्मा थैरेपी

कोरोना के ऐसे मरीज जो हाल ही में बीमारी से उबरे हैं उनके शरीर में मौजूद इम्यून सिस्टम ऐसे एंटीबॉडीज बनाता है जो ताउम्र रहते हैं। ये एंटीबॉडीज ब्लड प्लाज्मा में मौजूद रहते हैं। इसे दवा में तब्दील करने के लिए ब्लड से प्लाज्मा को अलग किया जाता है और बाद में इनसे एंटीबॉडीज निकाली जाती हैं। ये एंटीबॉडीज नए मरीज के शरीर में इंजेक्ट की जाती हैं इसे प्लाज्मा थैरेपी कहते हैं। यह मरीज के शरीर को तब तक रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाता है जब तक उसका शरीर खुद ये तैयार करने के लायक न बन जाए।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Coronavirus Treatment Latest News, COVID-19 Drug Development India Intas Pharma Clinical Trial Updates On Hyperimmune Globulin


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2QGrifr
via IFTTT
अब कनाडा के वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि बिल्लियों में घातक वायरल बीमारी के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा भी इंसानों में कोरोना वायरस संक्रमण के इलाज में प्रभावी साबित हो सकती है।

from Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | - Amar Ujala https://ift.tt/3ltni02
via IFTTT
पूर्व डीजीपी सुमेध सिंह सैनी ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर इस मामले की जांच सीबीआई या राज्य के बाहर की किसी अन्य एजेंसी से कराने की मांग की है।

from Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | - Amar Ujala https://ift.tt/31C6GeL
via IFTTT
कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) के डांस वीडियो को लोग खूब पसंद कर रहे हैं. साथ वीडियो पर...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/2Qzvf5J
via IFTTT
बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी (Shilpa Shetty) अपने अंदाज के लिए खूब जानी...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/3gB54X3
via IFTTT

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा 21 अगस्त को प्रकाशित दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार, असम में चल रही बाढ़ से 30 जिलों के 56.9 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। इस बाढ़ से घिरी महिलाओं की तमाम परेशानियों के साथ एक परेशानी सैनिटरी पैड न मिल पाना भी है।

राहत किट में सैनिटरी पैड को शामिल करने के लिए कार्यकर्ता मयूरी भट्टाचार्जी ने Change.org याचिका शुरू की है। असम में 600 से अधिक राहत शिविर और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल तैनात किया गया है।

इन मुश्किल हालातों में उन महिलाओं के लिए सैनिटरी पैड की कोई सुविधा नहीं है जिन्हें हर महीने इसकी जरूरत होती है। बाढ़ राहत किट में सैनिटरी पैड का न होना महिलाओं के लिए दुर्भाग्यपूर्ण ही है।

मयूरी कहती हैं - ''मैं असम की बाढ़ प्रभावित उन लाखों लड़कियों और महिलाओं की ओर से बोल रही हूं जो हर साल बाढ़ में फंस जाती हैं। यहां जब बाढ़ का पानी आता है तो घर का एक कपड़ा भी साफ और सूखा नहीं रहता।

जब इन महिलाओं को राहत कैंप में जगह दी जाती है तो वहां भी इनके लिए सैनिटरी पैड की सुविधा नहीं होती। न ही टॉयलेट का उचित प्रबंध होता है''।

असम में तेजपुर की रहने वाले भट्टाचार्जी ने राज्य के मंत्री हेमंत बिस्वा सरमा से आपदा के दौरान जरूर सामानों की सूची में सेनेटरी पैड को शामिल करने का आग्रह किया है। वह लगातार राज्यमंत्री को ईमेल भी करती रही हैं। लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर मयूरी ने इस याचिका की शुरुआत की।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Mayuri Bhattacharjee started Change.org to include sanitary pads in flood relief kit, inspiration to work in this direction through a road trip


from
via IFTTT

Friday, August 28, 2020

जुही ने अपनी बेटी के साथ धमाकेदार डांस किया जो इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/3jkyjyQ
via IFTTT
धर्मेंद्र (Dharmendra) इस वीडियो में बत्तखों को छेड़ते हुए नजर आ रहे है. वीडियो में...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/3b72bvJ
via IFTTT
क्रिकेटर युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) की मंगेतर और डांसर धनाश्री वर्मा (Dhanashree Verma) इन...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/2FYU3lx
via IFTTT
कुछ दिन पहले ही एक्टर ने अपनी बेटी का एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें छोटी सी...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/3lqYO7H
via IFTTT
सुनील ग्रोवर (Sunil Grover) को इस वीडियो में देखा जा सकता है कि वो शाहरुख खान के अंदाज...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/34FlaMZ
via IFTTT
बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस मौनी रॉय (Mouni Roy) ने अपने काम से टेलीविजन से लेकर...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/31E4WBS
via IFTTT
कोरोना (Corona) काल में लगातार फिल्मी दुनिया से बुरी खबरें सामने आ रही हैं. अब हाल...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/3b535ZI
via IFTTT
बॉलीवुड एक्ट्रेस जरीन खान (Zareen Khan) इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब छाई हुई हैं. उनकी...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/32zM3PN
via IFTTT
रिया चक्रवर्ती (Rhea Chakraborty) के कई टीवी चैनल्‍स पर आए इंटरव्‍यू को लेकर लगातार...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/2EsAH8g
via IFTTT
सुबह खाली पेट हल्का गर्म पानी पीना सेहत के लिए अत्यंत ही लाभकारी और गुणकारी है। सभी को पूरे दिन में कम से कम पांच बार गर्म पानी पीना ही चाहिए।

from Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | - Amar Ujala https://ift.tt/32zrDX8
via IFTTT

2025 तक देश में कैंसर पीड़ितों की संख्या करीब 15.7 लाख होगी। यहां कैंसर रोगियों का जिक्र इसलिए, क्योंकि मौजूदा कोरोना काल में कैंसर मरीजों को सबसे ज्यादा दिक्कते हो रही हैं। कोरोना के चलते कैंसर पीडितों के इलाज और उनकी देखभाल में भारी बदलाव आया है।

विशेषज्ञों ने अमेरिका के न्यूयार्क स्थित मोंटफोर मेडिकल सेंटर में भर्ती 218 ऐसे कैंसर मरीजों का अध्ययन किया जो कोरोना से संक्रमित हो चुके थे। 18 मार्च से 8 अप्रैल के बीच की गई इस स्टडी में वैज्ञानिकों ने पाया कि इनमें से 61 मरीजों की मौत कोरोना संक्रमण से हो गई जो कि कुल संख्या का 28% है। इस दौरान अमेरिका में कोरोना से मृत्यु दर 5.8 प्रतिशत थी। कोरोनाकाल में इनकी देखभाल कैसी होनी चाहिए, यह बता रहे हैं अपोलो अस्पताल, नवी मुम्बई के सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के कंसल्टेंट डॉ. शिशिर शेट्‌टी....

इन 12 में से कोई भी लक्षण दिखते ही डॉक्टर से सम्पर्क करें

  • तेज बुखार आना, शरीर में कंपकंपी, पसीना आना, जीभ या मुंह में घाव हो जाना, जीभ पर सफेद परत जम जाना।
  • बलगम बनना, सांस लेने में परेशानी होना, पेशाब के दौरान जलन होना या रक्त का आना, पेट में दर्द या ऐंठन होना।
  • गले में जकड़न, साइनस का दर्द, कान या सिर में दर्द रहना।

रिसर्च : कम श्वेत रक्त कणिकाएं जिम्मेदार
लॉकडाउन की घोषणा के बाद से ही कैंसर रोगी अस्पतालों में जाने और संक्रमण के खतरे के कारण उपचार और अन्य प्रक्रियाओं को फिर से शुरू करने से डर रहे हैं। अमेरिका के नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट के अनुसार ऐसे लोग जिनका पूर्व में कैंसर का उपचार हुआ है उनकी रोग प्रतिरोधक शक्ति (इम्युनिटी) कमजोर हो जाती है।

दरअसल कीमोथैरेपी जैसे ट्रीटमेंट के कारण श्वेत रक्त कणिकाओं का बनना कम हो जाता है। श्वेत रक्त कणिकाएं रोग प्रतिरक्षा प्रणाली का प्रमुख अंग हैं। ऐसे में व्यक्ति कोरोना वायरस से गंभीर रूप से संक्रमित हो सकता है।

हालांकि कैंसर रिसर्च यूके की रिपोर्ट के अनुसार भले ही किसी व्यक्ति का कैंसर उपचार के बाद ठीक हो चुका हो, लेकिन ऐसे लोगों को भी कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा अधिक है। क्योंकि रोगप्रतिरोधक क्षमता समय के अनुसार धीरे-धीरे ही बढ़ेगी। ऐसे में इन लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए।

वो बातें जो हाई रिस्क रोगियों के लिए बेहद जरूरी हैं

  • कोरोना वायरस के चलते हेल्थकेयर सिस्टम को भी कर्मचारियों की कमी का सामना करना पड़ रहा है। चिकित्सा पेशेवरों पर काम की अधिकता का भार है। ऐसे में कैंसर पीडितों के लिए वायरस के संभावित जोखिम को देखते हुए उपचार का समय निर्धारित करना आवश्यक है। जब तक रोगी वायरस के संपर्क में नहीं आता है, तब तक हाई रिस्क वाले रोगियों की देखभाल को रोककर नहीं रखा जाना चाहिए।
  • कैंसर रोगियों के लिए चेक-अप क्षेत्र अलग होने के साथ स्क्रीनिंग अनिवार्य की जानी चाहिए। परामर्श के दौरान डॉक्टर के साथ ही रोगी को अत्यधिक सुरक्षा और स्वच्छता प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी है। कैंसर रोगियों को इस समय और अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है ताकि वायरस के संपर्क में आने का खतरा कम हो। उन रोगियों के लिए जिन्हें तत्काल सर्जरी या प्रक्रिया की आवश्यकता नहीं है, जहां भी संभव हो. टेली-परामर्श और टेली-मेडिसिन का उपयोग करना चाहिए।
  • कैंसर रोगियों के लिए किसी भी उपचार को शुरू करने से पहले, उपचार और दवा के प्रभावी और सुरक्षित कोर्स को सुनिश्चित करने के लिए सभी टेस्ट कराना महत्वपूर्ण है। यही नहीं कैंसर रोगी के साथ ही उनकी देखभाल करने वालों को भी सावधानी बरतने की जरूरत है ताकि कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे को कम किया जा सके। इसके अलावा जितना हो सके अन्य विकल्पों को उपयोग कैंसर पीड़ितों को अपने इलाज के दौरान करना चाहिए।


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Coronavirus Immunity | Cancer Patients Warned of Risks from Coronavirus COVID Death; Here's Latest New Research


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3gzwRXD
via IFTTT
गाने में उनके साथ शिवज्योति राजपूत (Shivjyoti Rajput) की जोड़ी खूब जम रही है. कुशाल टंडन...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/2YHskfO
via IFTTT
बच्चों पर इस वायरस के प्रभाव को लेकर अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं थी, लेकिन ब्रिटेन में इससे संबंधित एक रिसर्च हुई है, जिसमें कई सारी बातें निकलकर सामने आई हैं। 

from Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | - Amar Ujala https://ift.tt/3gBkgU1
via IFTTT
बहुत से लोग गैस बनने की समस्या से परेशान रहते हैं। पाचन तंत्र के ठीक तरीके से काम न करने की वजह से गैस की समस्या रहती है। जिन लोगों को गैस की समस्या रहती है उन्हें खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

from Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | - Amar Ujala https://ift.tt/3hFfPce
via IFTTT
निर्देशक मोहन बेताब द्वारा निर्देशित इस गाने में हरियाणवी सिंगर अमित ढुल (Amit...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/3lAWvPI
via IFTTT
सपना चौधरी (Sapna Choudhary) ने अपने डांस से लोगों के दिलों में जगह बनाने में कोई कसर...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/3b1tDLB
via IFTTT
अमेरिकी वैज्ञानिकों ने शरीर में ही लिवर विकसित करने में सफलता हासिल की है। फिलहाल उन्होंने सुअर में ऐसा किया है और उनका दावा है कि जल्द ही ऐसा इंसानों में भी हो सकेगा और लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत नहीं पड़ेगी।

from Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | - Amar Ujala https://ift.tt/3hBu0in
via IFTTT
गठिया काफी खतरनाक बीमारी है। गठिया की समस्या में कभी- कभी व्यक्ति को असहनीय दर्द का सामना भी करना पड़ता है। गठिया की वजह से व्यक्ति को जोड़ों में तेज दर्द, चलने और उठने-बैठने में दिक्कत होती है।

from Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | - Amar Ujala https://ift.tt/2YI4VL5
via IFTTT
माधुरी दीक्षित का एक पुराना डांस वीडियो (Madhuri Dixit) सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/3gD2Sy0
via IFTTT
एकता कपूर (Ekta Kapoor) की 'डॉली किट्टी और वो चमकते सितारे' (Dolly Kitty Aur Woh Chamakte Sitare) फिल्म नई...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/2EF9hLW
via IFTTT
अमेरिकी सिंगर निक जोनास प्रियंका से शादी के बाद भारत का कई बार दौरा कर चुके...

from NDTV Khabar - Filmy https://ift.tt/3lmYjeW
via IFTTT

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो प्रोग्राम 'मन की बात' में जिस स्कूल टीचर की तारीफ की, उसका नाम ममता मिश्रा है। ममता यूपी के प्रयागराज के विकासखंड चाका में टीचर हैं। मोदी ने उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए एक लेटर भी लिखा।

आज ममता मिश्रा के प्रयासों से इस स्कूल की गिनती प्रायवेट स्कूल में होने लगी है। अगर हर स्कूल में ममता के बताए हुए रास्ते को अपनाया जाए तो वह दिन दूर नहीं जब प्रायवेट स्कूल के बच्चे भी सरकारी स्कूल में पढ़ने लगेंगे और हर स्टूडेंट पढ़ाई में टॉपर होगा।

ममता के स्कूल के अधिकांश बच्चे फर्स्ट क्लास हैं। इसका सारा श्रेय ममता को जाता है। उन्हीं के प्रयासों से इस सरकारी स्कूल की गिनती प्रायवेट स्कूल में होने लगी है।


ममता ने कानपुर में केंद्रीय विद्यालय से स्कूली शिक्षा प्राप्त की। उसके बाद उन्होंने छत्रपति साहू जी महाराज यूनिवर्सिटी, कानपुर से बीएड किया और मास्टर्स डिग्री ली। वे कहती हैं - ''मेरी मां एक टीचर हैं। मैंने बचपन से अपनी मां को पूरी ईमानदारी के साथ स्टूडेंट को पढ़ाते हुए देखा। वे मेरे लिए रोल मॉडल बनीं। उन्हें देखकर मैंने ये तय कर लिया था कि एक दिन बड़े होकर मैं भी टीचर बनूंगी''।

इस स्कूल की काया पलटने में ममता को कड़ी मेहनत करना पड़ी। वे कहती है ''सबसे पहले मैंने उन लोगों की सोच बदलने का प्रयास किया जो सरकारी स्कूल को गंभीरता से नहीं लेते''।

इन स्कूलों में पढ़ने वाले अधिकांश बच्चे गरीब घर से थे। इन बच्चों को पहले घर का काम करना पड़ता है। उसके बाद ये स्कूल आ पाते हैं। ममता ने इन बच्चों के माता-पिता को शिक्षा का महत्व समझाया ताकि वे शिक्षा के प्रति जागरुक हो सकें।

इन विद्यार्थियों में शिक्षा का स्तर ऊंचा करने के साथ ही ममता ने इनकी फिजिकल एक्टिविटीज बढ़ाने का भी प्रयास किया। उन्होंने स्कूल में स्पोर्ट्स व एक्स्ट्रा कैरिकुलर एक्टिविटीज की शुरुआत की।

इसके लिए ममता ने स्मार्ट क्लासेस का सहारा लिया। अपने स्कूल के बच्चों के लिए मोबाइल, टेबलेट जैसे सारी चीजें उन्होंने अपनी सैलरी से खरीदी और उन्हें पढ़ाने की शुरुआत की।

इस खबर के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही लोग उनकी तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। लॉकडाउन के बाद से वे बच्चों को दीक्षा एप के माध्यम से पढ़ा रही हैं।

उन्होंने बच्चों की पढ़ाई में ऑडियो-वीडियो तकनीक का इस्तेमाल किया है। उनका यू ट्यूब चैनल भी है जिसका नाम ''ममता अंकित'' है। इस चैनल के माध्यम से वे बच्चों को पढ़ाई के रोचक तरीके बताती हैं। साथ ही टीचर्स को पढ़ाई के आसान तरीके भी सीखाती हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Mamta Mishra changed the fate of government school, bought mobile, projector for children from her salary, learned interesting ways to teach teachers on her YouTube channel


from
via IFTTT

सुशांत सिंह केस के मामले में नई उलझन सामने आई है। रिया चक्रबर्ती ने हाल ही में आजतक को दिए एक इंटरव्यू में अपनी यूरोप ट्रिप का जिक्र किया। रिया ने सुशांत पर बात करते हुए कहा कि उन्हें क्लॉस्ट्रोफोबिया था, पिछले साल यूरोप ट्रिप के लिए उड़ान भरने से पहले उन्होंने अपनी इस बीमारी से निपटने के लिए मोडाफिनिल नाम की दवा ली थी।
रिया के मुताबिक, सुशांत ने कहा था कि उन्हें प्लेन में बैठने से डर लगता है, इसलिए क्लॉस्ट्रोफोबिया से बचने के लिए मोडाफिनिल लेते हैं।

क्या होता है क्लॉस्ट्रोफोबिया
क्लॉस्ट्रोफोबिया एक तरह का डर है। इसके मरीजों को बंद जगहों में जाने से परेशानी या घुटन महसूस होती है। कुछ मरीजों इसका इतना असर होता है कि उन्हें हर तंग जगह जाने में बहुत ज्यादा डर लगता है। जैसे- लिफ्ट या एमआरआई मशीन

एक बयान से सामने आए रिया के दो झूठ

पहला झूठ : मोडाफिनिल दवा क्लाउस्ट्रोफोबिया के मरीजों को नहीं दी जाती है

  • मोडाफिनिल दवा क्लॉस्ट्रोफोबिया के मरीजों को दी ही नहीं जाती है। यह समस्या को और बढ़ा सकती है। मोडाफिनिल स्लीप डिसऑर्डर के मरीजों को प्रिस्क्राइब की जाती है।
  • जिन मरीजों को बहुत अधिक नींद आती है यह दवा उन्हें दी जाती है, ताकि इसे कम किया जा सके। कई बार लेटनाइट शिफ्ट में काम करने डॉक्टरी सलाह से इस दवा को लेते हैं। इसका कोई सम्बंध क्लॉस्ट्रोफोबिया से नहीं है।
  • अगर किसी इंसान को ऊंचाई या उड़ने से डर लगता है तो वह इस दौरान नींद लेना पसंद करेगा। इस बीच अगर मोडाफिनिल लेते हैं तो यह आपकी नींद को भगा देगी। मोडाफिनिल दवा से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें

दूसरा झूठ : बोइंग-737 विमान की ट्रेनिंग लेने वाले को ऊंचाई या बंद जगह से डर कैसे लग सकता है

  • सुशांत को ऊंचाई या प्लेन में बैठने से डर लगने वाली बात समझ से परे हैं। सुशांत के ऐसे कई वीडियो हैं जिसमें वे प्लेन चलाते हुए नजर आ रहे हैं। हवाई यात्रा के दौरान उनके हावभाव को देखकर बिल्कुल भी नहीं लगता है, उन्हें क्लॉस्ट्रोफोबिया है।
  • एक समय पर सुशांत बोइंग-737 को चलाना भी सीख रहे थे। वह ट्रेनिंग पूरी करने के लिए इसे खरीदाना भी चाहते थे। उन्होंने खुद अपनी ट्रेनिंग से जुड़ा एक वीडियो शेयर भी किया था।
  • सुशांत के साथ लम्बे समय तक रिलेशनशिप में रहीं एक्ट्रेस अंकित लोखंडे ने भी रिया के इस दावे को खारिज किया। अंकिता ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, तुम हमेशा उड़ना चाहते थे, और ऐसा तुमने ऐसा किया थी। हम सभी को तुम पर गर्व है।

एक फिल्म के लिए सुशांत नासा से ट्रेनिंग लेकर भी लौटे थे।


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Rhea Chakraborty Update | Sushant Singh Rajput Death Case News; What Is Claustrophobia? Prime Accused Rhea Chakraborty Lies And False Claims


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3gz7yVS
via IFTTT